UPSC, UPPSC, SSC में पूछे गये विज्ञान के प्रश्न || Power Mind Institute
बल गुणनफल है
- द्रव्यमान और वेग का
- द्रव्यमान और त्वरण का
- भार और वेग का
- भार और त्वरण का
द्रव्यमान और त्वरण का
व्याख्या – बल(f) = द्रव्यमान x त्वरण या,f = maअतः बल द्रव्यमान और त्वरण का गुणनफल है
निम्नलिखित में कौन सी राशि सदिश नहीं है
- विस्थापन
- वेग
- बल
- आयतन
आयतन
व्याख्या- सदिश राशि में दिशा व परिमाण दोनों ही होते हैं विस्थापन, वेग बल आदि सदिश राशि है तथा चाल, मात्रा, तापमान, आयतन आदि अदिश राशि है
1 किलोमीटर दूरी का तात्पर्य है
- 100 मीटर
- 1000 सेंटीमीटर
- 1000 मीटर
- 100 सेंटीमीटर
1000 मीटर
व्याख्या – 1 किलोमीटर 1000 मीटर के बराबर होता है तथा 1 मीटर तो है 100 सेंटीमीटर के बराबर होता है
दो उत्तरोत्तर श्रंग अथवा दो उत्तरोत्तर गर्त के बीच की दूरी को क्या कहते हैं
- आयाम
- तरंगदैर्ध्य
- आवृत्ति
- इनमें से कोई नहीं
तरंगदैर्ध्य
व्याख्या – दो उत्तरोत्तर श्रंग तथा दो उत्तरोत्तर गर्त के बीच की दूरी को तरंगदैर्ध्य कहते हैं तरंग का वेग = आवृत्ति * तरंगदैर्ध्य जब किसी माध्यम में अनुदैर्ध्य अप्रस्थ तरंगों का संचरण होता है तो माध्यम के सभी कण कंपन करने लगते हैं माध्यम का कोई कण अपनी साम्यावस्था के दोनों और जितना अधिक विस्थापित होता हैउस दूरी को आयाम कहते हैं माध्यम का कंपन करता हुआ कोई कण 1 सेकंड में जितने कंपन करता है उसे आवृत्ति कहते हैं
निम्नलिखित में से किसमें ऋर्णात्मक आवेश होता है
- एक्स किरण
- अल्फा किरण
- बीटा किरण
- गामा किरण
बीटा कण
जिन तत्व के परमाणु में दो प्रोटॉन, दो न्यूट्रॉन और दो इलेक्ट्रॉन हो उस तत्व का द्रव्यमान संख्या कितना होता है
- 2
- 4
- 6
- 8
4
व्याख्या – किसी तत्व के नाभिक में स्थित प्रोटॉन पर न्यूट्रॉन की कुल संख्या को द्रव्यमान की संख्या कहा जाता है इसे इसे ‘A’ प्रदर्शित किया जाता है
टेलिस्कोप की खोज किस वैज्ञानिक ने की थी
- न्यूटन
- जेम्स वाट
- रदरफोर्ड
- गैलीलियो
गैलीलियो
व्याख्या – टेलिस्कोप( दूरबीन) की खोज गैलीलियो ने की थी वाष्प इंजन की थी वाष्प इंजन की खोज जेम्स वाट ने की थी न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम का आविष्कार किया रदरफोर्ड ने परमाणु का प्रथम विखंडन तथा परमाणु शोध का आविष्कार किया परमाणु विखंडन से परमाणु ऊर्जा प्राप्त होती है
इस सदी की शुरुआत में हवाई जहाज का आविष्कार किसने किया था
- राइट ब्रदर्स
- जेम्स वाट
- हम्फ्री डेवी
- वॉन ब्राउन
राइट ब्रदर्स
व्याख्या – वायुयान की खोज डब्ल्यू ओ राइट (राइट ब्रदर्स) ने की थी हम्फ्री डेवी ने सुरक्षा दीप(सेफ्टी लैंप) की खोज की बेरियम पौटेशियम कैल्शियम की खोज वॉन ब्राउन ने की
निम्नलिखित में कौन सी इलेक्ट्रॉनिक संरूपण धातु तत्वों के लिए होती है
- 2, 8
- 2, 8,7
- 2, 8, 8
- 2, 8, 8, 2
2, 8, 8, 2
व्याख्या – इलेक्ट्रॉनिक संलयन 2, 8 एवं 2, 8, 8 अक्रिय गैसों के लिए तथा 2, 8,7 क्लोरीन के लिए होती है
तीसरे और चौथे समूह के ऑक्साइड का सामान्य गुणधर्म क्या है
- बेसिक और एसिडिक
- बेसिक
- ऐसीडिक
- उदासीन
बेसिक और एसिडिक
व्याख्या – तीसरे और चौथे समूह का आक्साइड का सामान्य गुणधर्म बेसिक और एसिडिक होता है बेसिक वे पदार्थ है जिसमें हाइड्रॉक्सिल समूह पाया जाता है यह लाल लिट्मस पेपर को नीला कर देता है कास्टिक सोडा प्रमुख क्षार है अम्ल वे पदार्थ हैं जिनमें हाइड्रोजन पाया जाता है यह खट्टे फलों नींबू इमली में पाया जाता है
सल्फर हेक्साफ्लोराइड अणु का आकार होता है
- त्रिभुजाकार पिरामिड
- अष्टफलकीय
- समतलीय
- चतुष्फलकिय
अष्टफलकीय
व्याख्या – सल्फर हेक्साफ्लोराइड अणु का आकार अष्टफलकीय होता है सल्फर डाइऑक्साइड ज्वालामुखी विस्फोटन से निकलने वाली विभिन्न गैसों में पायी जाती है शहरों की हवा में यह अल्प मात्रा में पाई जाती है यह रंगहीन तथा तीक्ष्ण गंध वाली गैस हैं इस गैस का उपयोग सल्फ्यूरिक अम्ल बनाने में किया जाता है इसका उपयोग चीनी को शुद्ध करने के लिए भी किया जाता है
कशेरुक रज्जु में कितनी जोड़ियां तंत्रिका निकलती है
- 13
- 31
- 33
- 12
33
व्याख्या – कशेरुक तंत्र हमारे शरीर के कंकाल का मुख्य आधार है जो मध्य में स्थित होता है यह सिर को सहारा देता है इसमें छोटी-छोटी 33 हड्डियां होती हैं जिन्हें सामूहिक रुप से कशेरुक कहते हैं एक कशेरुक दूसरे कशेरुक पर इस प्रकार स्थित होता है किसके भीतर एक नली बन जाती है जिसे कशेरुक नली कहा जाता है मेरुरज्जु इस नली में स्थित रहता है
प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण केंद्र कहां पर है
- प्रमस्तिष्क में
- अनु मस्तिष्क में
- कशेरुक रज्जु में
- तंत्रिका कोशिका में
कशेरुक रज्जु में
व्याख्या – तंत्रिका तंत्र एक जटिल प्रणाली है जिसके अंतर्गत तंत्रिका कोशिका मस्तिष्क मेरूरज्जु स्थित होता है मस्तिष्क की तंत्रिका तंत्र का महत्वपूर्ण अवयव है मस्तिष्क के अगले भाग को प्रमस्तिष्क कहा जाता है प्रमस्तिष्क सभी सम्वेदनाओं ऐच्छिक क्रियाओं और बुद्धि विवेक आदि का नियंत्रण करता है प्रमस्तिष्क के पिछले भाग को अनु मस्तिष्क कहा जाता है यह मांसपेशी तंत्र और शरीर के संतुलन का भी नियंत्रण करता है प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण मस्तिष्क द्वारा नहीं बल्कि मेरुरज्जु द्वारा होता है
थायराइड ग्रंथि से थायरोक्सिन स्त्रावित करने के लिए उत्तेजित करने वाली अंतः स्त्रावी हार्मोन कौनसा है
- TSH
- FSH
- LTH
- ACTH
TSH
व्याख्या – थायराइड ग्रंथि से थायरोक्सिन स्त्रावित करने के लिए उत्तेजित करने वाले अंतः स्त्रावी हार्मोन को TSH कहा जाता है
निषेचन की क्रिया कहां पर होती है
- गर्भाशय में
- अंडवाहिनी में
- अंड ग्रंथि में
- योनि मार्ग में
अंडवाहिनी में
व्याख्या – निषेचन की क्रिया अंडवाहिनी में होती है निषेचित अंड गर्भाशय की श्लेष्मा मार्ग में जाकर स्थापित हो जाता है एवं शिशु का निर्माण करता है स्त्री में गर्भावस्था 270- 280 दिनों की होती है
पढ़ने में काम आने वाले ग्लासेस किस प्रकार के लैंस से बनते है
- अवतल
- उत्तल
- साधारण
- अवतल और उत्तल
अवतल
व्याख्या – उत्तल लेंस बीच में मोटा तथा किनारे पतला होता है यह अनंत से आने वाली किरणों को सिकोड़ता है अतः इसे अतिसारी लेंस भी कहते हैं पढ़ने में काम आने वाले ग्लासेस अवतल लेंस से बनते हैं जब सूर्य से आती हुई किरणें अवतल दर्पण से परावर्तित होती है तो काफी मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करती है इस कारण इसका उपयोग सोलर कुकर में किया जाता है अवतल दर्पण का उपयोग सर्च लाइट तथा कार की हेडलाइट में किया जाता है उत्तल दर्पण मैं किसी वस्तु का बना प्रतिबिंब सदैव आभासी होता है यह प्रतिबिंब सीधे व वस्तु से छोटे होते हैं इसलिए इसे ट्रक चालकों या मोटर कारों में चालक के बगल में लगाया जाता है समतल दर्पण से बना वस्तु का प्रतिबिंब दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने रखी जाती है
निम्न में से कौन सी धातु रोशनी के बल्बों में फिलामेंट के रूप में प्रयोग होती है
- लौह
- मोलीबडेनम
- चांदी
- टंगस्टन
टंगस्टन
व्याख्या – टंगस्टन नामक धातु का प्रयोग विद्युत बल्ब में रोशनी उत्पन्न करने के लिए किया जाता है इसकी खोज 1783 ईसवी में डब्ल्यू आर ब्रदर्स ने की थी इसका करना 3420 डिग्री सेल्सियस है तथा क्वथनांक 5860 डिग्री सेल्सियस होता है
ठोस कपूर से कपूर वाष्प बनाने की प्रक्रिया को कहते हैं
- वाष्पीकरण
- हिमीकरण
- पिघलना
- ऊर्ध्वपातन
ऊर्ध्वपातन
व्याख्या – ऊर्ध्वपातन वह प्रक्रिया है जिसमें ठोस पदार्थ गर्म किए जाने पर द्रव्य अवस्था में आए बिना वाष्प बन जाता है और पुनः ठंडा किए जाने पर द्रव्य अवस्था में आए बिना ठोस बन जाता है जैसे कपूर आयोडीन नौसादर आदि ठोस का द्रव्य के रूप में परिवर्तित होने की क्रिया को द्रवण और जिस स्थिर ताप पर ठोस पिघलकर द्रवावस्था में आता है उसे द्रव का द्रवणांक कहा जाता है
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